नसीबपुर के नुनीवाल---अहीरवाल के अहीर Rao'z of india RDY
- नसीबपुर के नुनीवाल---अहीरवाल के अहीर
सन 1585 में अकबर की सेना आमेर के राजा मान सिंह के नेतृत्व में काबुल पर हमला करने गयी थी i इस सेना में लगभग आठ - दस हजार अहीर लड़ाके भी राव रणमल सिंह जी नुणीवाल के नेतृत्व में थे |
राव रणमल सिंह जी और उनके यदुवंशी वीरों की काबुल के युद्ध में अहम् भूमिका को देखते हुए अकबर ने काबुल फ़तेह के बाद खुश होकर उनको 52 महल की सरदारी "नारनौल की बावनी" के रूप में दी | वापस लौट कर राव रणमल सिंह जी ने इस को खुशनसीबी के तौर पर मानते हुए अपने नए ठिकाणे का नाम नसीबपुर रखा |
अपनी मदद के लिए उन्होंने मान्दी और पटीकरा के अहीर सरदारों को अपना नायब नियुक्त किया | आगे 1857 में इसी नसीबपुर के रण-खेतों में अंग्रेजों के खिलाफ उस क्रांति के महानतम युद्ध लड़ते हुए कौम यदुवंश का नाम अज़र-अमर हो गया था ....
लेकिन अब विडम्बना देखिये कि काबुल फतेह में मान सिंह और उसकी फौज का ही नाम आता है ...ऐसा ही आज के दौर में भी है , हर युद्ध में यदुवंशी शहादत देते हैं लेकिन नाम किसी और का होता है i
जब तक कंधे पर नाम "अहीर" न होगा , जब तक पृथक "अहीर रेजिमेंट" का गठन न होगा ...तब तक अहीर शहादत गुमनाम ही रहेगी ,कौम को इतिहास के पन्नों में तब तक उचित स्थान व् सम्मान नहीं मिलेगा i
देश पर मर-मिटने वाले तमाम यदुवीरों को सच्ची श्रधान्जली होगी --"अहीर रेजिमेंट" i
------------------------------------------ सिंहनी के जाये शेर अहीर I रणबांके हैं वीर अहीर II ------------------------------
---------------#RDY.
#Yadav #Ahir #rao #Tag #comment #ahirwal #nuniwal #ahirwati #yaduvanshi #smer #kabul #mansingh #akbar #1585 #afganistan #mugals #ahirs #warriors #comment #tag#ahirs #rdy #kabul #warriors #mansingh #ahir#1585 #smer #yaduvanshi #nuniwal #ahirwal#akbar #afganistan #yadav #mugals #ahirwati#rao
Comments
Post a Comment