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Victoria Cross Umrao Singh Yadav

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 बात है सन 1983 की ,दुनिया के तोपखाने का इकलौता " विक्टोरिया क्रॉस " कैप्टेन राव उमराव सिंह जी वक्त के थपेड़ों से जूझ रहे थे,लेकिन स्वाभिमान जिंदा था । मुफलिसी को तोड़ने के लिए एक सौदागर ने उनको कहा कि अपना बहादुरी का पदक "विक्टोरिया क्रॉस" बेच दीजिये , बदले में 32 हजार ब्रिटिश पौण्ड की रकम ले लीजिये ...यानी एक बहुत बड़ी रकम (आज के करीब 32 लाख रुपये के बराबर )। मर्द अहीर ने जवाब दिया ..." मुफलिसी से तो लड़ लेंगे ,लेकिन बेगैरत बनना मंज़ूर नहीं । ये पदक उन सब वीर अहीरों की इज्ज़त और बहादुरी का चिन्ह है जो उस दिन कालादान घाटी के मोर्चे पर जूझे थे । मैं अपने साथियों की इज्ज़त पर दाग नहीं लगाऊंगा " । वीर भूमि अहीरवाल के पलड़ा ठीकाने का शेर कप्तान राव उमराव सिंह सुपुत्र राव मोहर सिंह जी ने कभी भी मान-सम्मान का सौदा नहीं किया । अपनी मृत्यु पर भी 25 अहीर बच्चों को सेना में भर्ती करवा गया और दुनिया में कौम का नाम सदा के लिए अज़र-अमर कर गये । शत-शत नमन कौम के शूरमा को ।  . . #victoriacross #umraosingh #ahirwal #ahir #haryana #haryanvi #yadav #yaduvanshi #raosahab #r...

Rao Balkisan -राव बालकिशन |जिसने रोक दिया था नादिरशाह को करनाल के युद्ध में 1739

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  मैं हूँ वीर भूमि, वीर वसुंधरा - अहिरवाल, आज मै अपने अति शूरवीर और परम बलशाली पुत्र राव बाल कृष्ण (बालकिशन) की दिलावरी का ब्यान करती हूँ - राव बाल किशन सुपुत्र राव नन्द राम सिंह जी रेवाड़ी के तख़्त पर आसीन हुए और   उन्होंने निहत्थे के शेर को जब मारा तो "शेर बच्चा शमशेर बहादुर " का खिताब   पाया ! उनका विवाह ठीकाना नसीबपुर के अहीर सरदार रामचंद्र जी नूनीवाल की पुत्री से   हुआ ! १७३९ में ईरानी लूटेरा और शासक नादिरशाह हिंदुस्तान पर चढ़   आया तो अहीरवाल की तलवारे फिर जोश में चमक उठी ! दिल्ली की फौजों के साथ रेवाड़ी के पांच हज़ार मर्द कौम अहीर अपने शेर सरदार राव बालकिशन के साथ करनाल के मोर्चे पर डट गयी !  ईरानी और हिन्दुस्तानी सेनाये आमने-सामने अपनी-अपनी तलवारों के जोर को तोलने लगी  ,  मैदाने जंग में यलगार हुई और कायर   मुगलिया फौज दिल्ली की मैदान से भाग कड़ी हुई  , मुग़ल बादशाह और उसके   सिपहसालारो के हाथ से हथियार छूट गए!  पर सुनो नस्ल-ए -हिन्द ये कायरता का   इलज़ाम मेरे वीर पुत्रों पर न लगा क्योंकि मर्द अहीर विजय या वीरगति के लि...